उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के देहरादून से एक सनसनी खेज मामला सामने आया है। बता दें कि गुजराड़ा स्थित न्यू गोल्डन फ्यूचर सोसाइटी नशा मुक्ति केंद्र में इलाज करा रहे युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक को 8-10 दिन पहले ही केंद्र में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि गुरुवार रात को उसकी अचानक तबीयत खराब हुई थी। वहीं, परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर राजपुर थाना पुलिस ने केंद्र प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। तहरीर देते हुए परिजनों ने केंद्र प्रबंधन को युवक की मौत का जिम्मेदार बताया। जिसके बाद रात को ही पुलिस नशामुक्ति केंद्र पहुंची और केंद्र संचालक से पूछताछ की। पूछताछ में उन्होंने बताया कि युवक को दौरे पड़ते थे, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
बता दें कि 20 साल के अनुज निवासी नई बस्ती नालापानी को उसके स्वजनों ने नशा छोड़ने के लिए गुजराड़ा स्थित न्यू गोल्डन फ्यूचर सोसाइटी नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करवाया था। जिसे अभी सिर्फ 8-10 दिन ही हुए है। वहीं, गुरुवार रात को अनुज की तबीयत खराब हो गई है। नशा मुक्ति केंद्र की ओर से अनुज के परिजनों को फोन कर सूचित किया कि अनुज की अचानक तबीयत खराब हो गई है। जिसे लेकर वह कोरोनेशन अस्पताल जा रहे हैं। लेकिन अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने अनुज को मृत घोषित कर दिया। इसी बीच मृतक के परिजन भी अस्पताल पहुंचे और उन्होंने बेटे की मौत पर सवाल खड़े करते हुए नशा मुक्ति केंद्र के स्टाफ पर मारपीट करने और अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। इस दौरान परिजनों ने अस्पताल में करीब एक घंटे तक हंगामा किया। इसके बाद सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची डालनवाला कोतवाली पुलिस परिजनों को लेकर रायपुर थाना पहुंची। यहां पता लगा कि नशा मुक्ति केंद्र का क्षेत्र राजपुर थाने में पड़ता है ऐसे में मृतक के परिजन देर रात राजपुर थाना पहुंचे और तहरीर दी। वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। युवक के परिजनों ने मामले में कार्रवाई की मांग की है।
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